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Friday, December 25, 2015

कोक खूणे ओळखीता निकळे

शब्द एक शोधो त्यां संहिता निकळे
कुवो खोदो तो आखी सरिता निकळे

हजु जो जनक जेवा आवी हळ हांके
तो हजी आ धरतीमांथी सीता निकळे

हजु धबके छे क्यांक लक्ष्मण रेखाओ
के रावण जेवा त्यांथी बीता-बीता निकळे

छे कालिदास ने भोजना खंडेरो
जरीक खोतरो त्यां कविता निकळे

छे कृष्णनी वांसळीना ए कटका
के होठे मांडो तो सुर-सरिता निकळे

साव अलग ज तासीर छे आ भुमिनी
के महाभारत वावो तो गीता निकळेे

दत्त जोगी जेवानी जो फूंक लागे तो
हजु धूणा तपना धखता निकळे

'दाद'आम तो नगर छे साव अजाण्युं
तोय कोक खूणे ओळखीता निकळे

- कवि दाद

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